आपका क्रेडिट स्कोर जितना ऊँचा होगा, लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना उतनी ही ज़्यादा होगी. साथ ही, आपको कम ब्याज दर भी मिल सकती है. भारत में आम तौर पर इस्तेमाल होने वाला क्रेडिट स्कोर CIBIL स्कोर होता है. यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जहाँ 900 को सबसे अच्छा स्कोर माना जाता है.
- क्रेडिट स्कोर केसे बढ़ाए टॉप 10 तरीके
- क्रेडिट स्कोर के फायदे
- क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले कारक
- क्रेडिट स्कोर ठीक केसे करे ,
- क्रेडिट स्कोर केसे चेक करे ,
जाने क्रेडिट स्कोर क्या है और इससे जुड़े महत्वपूर्ण जानकारी
Credit score क्या है?
तो दोस्तों जानते हैं क्रेडिट स्कोर क्या है
क्रेडिट स्कोर को सिबिल स्कोर या CIF (credit information Report) भी कहा जाता है। यह एक तीन अंकों की संख्या होती है।
क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति की साख यानी ऋण चुकाने की क्षमता को दिखाता है । क्रेडिट स्कोर सामान्य 300 से 900 की संख्या के रूप में प्रदर्शित किया जाता है ।
*ऋण संस्थानों द्वारा , आमतौर पर 700 से अधिक स्कोर को अच्छा माना जाता है ।
* इसकी गणना किसी व्यक्ति के बैंकिंग लेनदेन, पुनर्भुगतान,क्रेडिट कार्ड के उपयोग और कई पैमानों के आधार पर की जाती है।
*हमें सस्ती ब्याज दरों और अधिकतम लोन राशि प्राप्त करने के लिए एक अच्छे क्रेडिट स्कोर की आवश्यकता होती है
क्रेडिट स्कोर के फायदे
कम ब्याज पर आसानी से मिलता है लोन
:- आपके क्रेडिट स्कोर आपके क्रेडिट स्कोर अच्छे होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका लोन बैंक से जल्दी स्वीकृत हो जाता है।
साथ ही बैंक अच्छे क्रेडिट स्कोर की तर्ज पर कम ब्याज का ऑफर भी दे सकती है।
अभी अपने बैंक से इसके लिए पूछ सकते हैं
अधिक क्रेडिट लिमिट:- कई बार बैंक आपके अच्छे क्रेडिट स्कोर और समय बैंकिंग लेनदेन, व पुनर्भुगतान के आधार पर आपको की क्रेडिट लिमिट को बढ़ा सकते हैं। जिससे आप भविष्य में अधिक लोन राशि के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
ऋण अस्वीकार की काम संभावना :- अच्छा क्रेडिट स्कोर यह दिखाता है कि अब तक आपने लोन सही समय पर भुगतान किया है वह आपकी बैंकिंग इतिहास अच्छा है। इसलिए जब भी आप लोन के लिए किसी ऋण संस्थान एनबीएफसी या बैंक के पास जाते हैं तो आपकी जरूरत के हिसाब से लोन अप्रूव कर देते हैं।
ऑफर्स व छूट :- अगर आपका क्रेडिट स्कोर 700 से ऊपर है तो बैंक कई प्रकार के ऑफर्स और प्रीमियम भी देती है।
इस प्रकार और भी कई रिवार्ड्स प्वाइंट और बेनिफिट्स मिल सकते हैं ।
जानें किन कारकों से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता –
ऋण उपयोग अनुपात (Credit Utilisation Ratio):-
क्रेडिट उपयोग अनुपात आपके सभी कार्डों की शेष राशि को क्रेडिट सीमा से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है ।
क्रेडिट उपयोग अनुपात इस बात का मात्रक है कि आपने कितना क्रेडिट स्कोर प्रयोग किया है और कितना स्कोर अभी बाकी है
भुगतान इतिहास (Payment History):- ऋण दाताओं को कार्ड धारकों से भुगतान में देरी या ना हो पाने का जोखिम रहता है इसके लिए वह क्रेडिट रिपोर्ट कारकों की जांच करते हैं जो आपकी ऋण योग्यता और आपके भुगतान इतिहास को दिखाते हैं
क्रेडिट enquiry या पूछताछ :- आपका क्रेडिट स्कोर बताता है कि आप समय पर भुगतान करते हैं या नहीं। आपका काम स्कोर इस बात का सूचक है कि आप भुगतान में देरी या या भुगतान में कोई त्रुटि कर रहे हैं। जिसके लिए फ्रेंड डाटा आपको यह सूचित करने के लिए कॉल या संपर्क कर सकते हैं। यदि आप की ओर से उचित जवाब नहीं मिल पाता तब वह कानूनी नोटिस भी जारी कर सकते हैं।
नया क्रेडिट (New credit):- नहीं क्रेडिट के लिए आवेदन यह दर्शाता है कि आप अधिक लेने वाले हैं या ले लिया है।
थोड़े समय में कई खाता खोलना जोखिम भरा हो सकता है खासकर उन खाता धारकों के लिए जिनका क्रेडिट स्कोर लंबे समय से ठीक नहीं है। अच्छी क्रेडिट प्रबंधन और और इसकी स्कोर प्लानिंग से लोन लेने में दिक्कत नहीं होगी।
क्रेडिट स्कोर ठीक केसे करे ,
कई लोन लेने से बचे:- अपने क्रैडिट स्कोर को maintain रखने के लिए ,एक से अधिक लोन लेने से बचें।इससे अच्छा है की मौजूदा लोन को समय पर चुकाए ।
कई लोन लेने से बैंक को यह लगता है को आपको भविष्य में पैसे की कमी हो सकती है।
इसलिए क्रेडिट स्कोर को ध्यान में रखने कदम उठाएं।
लोन अवधि लंबी चुने:- लोन लेते समय लें की अवधि लंबी चुने ताकि EMI कम हो और आप भुगतान समय पर कर सके । इससे आपकी भुगतान इतिहास बेहतर रहेगा और साफ छवि सामने आएगी ।
बकाया न रखें:- अपने सभी कार्ड्स पर बकाया राशि न रखना क्रेडिट स्कोर बेहतर बनाता है ।अगर आप क्रेडिट कार्ड के फायदा लेना चाहते है तो सभी शेष राशियां तय समय से पहले भुगतान करें ।साथ ही क्रेडिट स्कोर सुधारने के प्लान बनाते रहें।
ऋण अस्वीकृत होने की स्थति में आवेदन जारी न रखें:- यदि आपने क्रेडिट कार्ड लोन या रन के लिए आवेदन किया है और किसी कारणवश आपका लोन बैंक द्वारा अस्वीकृत हो जाता है । तो यह आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज हो जाता है। ऐसी स्थिति में अगर आप किसी अन्य बैंक में किसी अन्य बैंक में आवेदन करते हैं तो वह पिछला भुगतान में क्रेडिट रिपोर्ट के आधार पर अर्जित कर सकते हैं बेहतर यही होगा कि आप क्रेडिट स्कोर में सुधार होने तक का इंतजार करें।
क्रेडिट स्कोर केसे चेक करें।
आजकल क्रेडिट स्कोर CIBIL SCORE ONLINE जानना काफी आसान है
- सबसे पहले www. cibil.com/creditscore पर जय
- अपना क्रेडिट स्कोर जांच या मेरा क्रेडिट स्कोर लिंक पर क्लिक करें
- अपने अनुसार योजना चुने
- अपनी पहचान के सभी कलम को फिल करे।
- भुगतान के लिए आगे बढ़े पर click करे और payment processing करें।
- इसके बाद अब आपकी क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट आपकी g-mail पर प्राप्त करें।